मांगें नहीं मानी तो होगा पैरामेडिकल कर्मी महाकुंभ



 जयपुर में 15 मई को करेंगे एक दिवसीय प्रदर्शन


जयपुर 13 मई, 2023। राजस्थान एसोसिएशन ऑफ एलाइड हेल्थ प्रोफेशनल्स टैक्नोलॉजिस्ट संगठन के नेतृत्व में प्रदेश भर के पैरामेडिकल कर्मी अपनी 3 सूत्री मांगों पर 15 मई को जयपुर में प्रदर्शन करेंगे। 

संगठन के प्रदेशाध्यक्ष जितेन्द्र शर्मा, प्रदेश सचिव परमानन्द गोचर और स्टेट कोर कमेटी के चेयरमेन इन्द्रजीत सिंह राजपुरोहित ने यहां प्रेस वार्ता में बताया कि राजस्थान पैरामेडिकल काउंसिल की स्थापना वर्ष 2014 में की गई थी। काउंसिल के गठन के पश्चात नियमानुसार राजस्थान में सभी पैरा मेडिकल टेक्नीशियन को पंजीकरण करवाना अनिवार्य किया गया है लेकिन इससे पूर्व के वर्षों में राजस्थान के पेरा मेडिकल टेक्नीशियनों के पंजीकरण के संबंध में कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं हैं। बहुत से संस्थान, समितियां, बोर्ड एवं यूनिवर्सिटी उक्त कोर्स कराते थे। उस वक्त पैरा मेडिकल कर्मियों ने उक्त संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त किया था। 


लेकिन पैरामेडिकल काउंसिल के नियमों का हवाला देते हुए काउंसिल ने उक्त संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले टेक्नीशियनों का पंजीकरण नहीं किए है।


सरकारी अस्पतालों में काम करने वाले पैरामेडिकल कर्मीयों का तो काउंसिल ने नियमों में शिथिलता देते हुए 10 वीं पास और 9 माह के डिप्लोमा वालों का भी पंजीकरण कर दिया है। 


वर्ष 2019 में संगठन ने मांग को लेकर माननीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री एवं मुख्य सचिव महोदय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य द्वारा यह निर्णय लिया गया कि ऐसे अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग टेस्ट लेकर उनको क्वालिफाइड करने का निर्णय लिया गया था। लेकिन आज तक सरकार द्वारा आज तक स्क्रीन टेस्ट नही करवाया गया।

मांगे नही मानी तो जयपुर में होगा पैरामेडिकल महाकुम्भ: 


सभी पेरामेडिकल कर्मीयों ने कोरोना काल में अपनी जान को जोखिम में डालते हुए कोराना से संक्रमित मरीजो की जाँच कर सरकार का सहयोग किया था 15 मई को हमारी तीनों मांगों को लेकर शान्ति पूर्ण रूप से शहीद स्मारक पर धरना किया जायेगा और मुख्यमंत्री महोदय को ज्ञापन दिया जायेगा। लेकिन 15 मई को हमारी मांगे नही मानी गई तो जयपुर में पैरामेडिकल महाकुम्भ का अयोजन किया जायेगा जिसमें समस्त राजस्थान के निजी चिकित्सालयों में जांच करने पैरामेडिकल कर्मी, निजी लेबों में जांच करने वाले पैरामेडिकल कर्मी, एवं सरकारी अस्पतालों में विभिन्न योजनाओं में लगे अपंजीकृत पैरामेडिकल कर्मी अपने कार्यो का बहिष्कार करते हुए जयपुर में अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन करते हुए महाकुम्भ का आयोजन किया जायेगा जिसमें सरकार मरीजों की जांच करने का काम नही संभाल पायेगी ।


सरकार को पता नही कौन क्वालीफाईड कौन अनक्वालीफाईड है। योजना में जब पैरामेडिकल कर्मी संविदा या संस्था के माध्यम से कार्य करता है तो सरकार उसको क्वालीफाईड मानती है। यदि वही पैरामेडिकल कर्मी स्थाई नौकरी मांगता है ते सरकार कहती है कि अप अनक्वालिफाईड है। 

संगठन की तीन मुख्य मांगे है।


1. वर्ष 2014-15 से पूर्व के सभी पैरामेडिकल कर्मीयों का पैरामेडिकल में हो ।


2. नियमों के विरूद्ध चल रही पैरामेडिकल शिक्षण संस्थानो कि किसी स्वतन्त्र से जांच हो ।


3. पेरामेडिकल काउंसिल के मेम्बर के होने वाले इलेक्शन में केवल रजि. पैरामेडिकल कर्मीयों को ही वोट देने का प्रावधान हो ।

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