आखिर कहां खो गई आपकी संवेदनाएं मुख्यमंत्रीजी
जयपुर। अस्पताल में भर्ती एक बीमार वरिष्ठ पत्रकार ने 571 आवंटी पत्रकारों के जायज हक के लिए एम्बुलेंस में लेटकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सरकारी निवास पहुंचने का निर्णय किया है। भास्कर टीवी में रहे इस पत्रकार ने अस्पताल से ही गहलोत को एक मार्मिक पत्र आवंटी पत्रकारों के 13वे जत्थे के साथ सीएमआर भेजा है।
गौरतलब है कि साल 2010 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के नायला में पिंकसिटी प्रेस एनक्लेव के नाम से योजना बसाई थी, जिसमे सरकार ने 571 पत्रकारों का चयन कर जेडीए से भूखंड आवंटित कराए थे। जेडीए अधिकारियों की गलती से इन प्लॉटों के कब्जा पत्र वितरित नहीं किए जा सके हैं। पिंकसिटी प्रेस एनक्लेव ए, बी और सी जेडीए के जोन 13 की सुव्यवस्थित स्कीम है। जेडीए की वेबसाइट पर जोन 13 की योजनाओं में ये देखी जा सकती हैं, जिसमे 571 आवंटियों के नाम, पते और लेजर रसीदें भी मौजूद हैं। इसके बावजूद 10 साल से योजना के पत्रकार आवंटियों को प्लॉटों के पट्टे नहीं दिए जा रहे हैं।
इन पट्टों के वितरण के लिए पत्रकारों ने साढ़े 3 माह से आंदोलन छेड़ रखा है। खुद अशोक गहलोत कई बार पत्रकारों से मिलकर पट्टे देने की कह चुके हैं, लेकिन इसमें देरी होने से नाराज पत्रकार 15 दिन से रोजाना जत्थे बनाकर मुख्यमंत्री से मिलने उनके निवास पर जा रहे हैं।
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