शाह नीति - सत्ता भी मिली, शिवसेना से पीछा भी छूटा
मोदी - शाह ने कांग्रेस को फिर दिया झटका जयपुर। राजनीतिक कौशल और दूरगामी सोच के बल पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एक बार फिर महाराष्ट्र में बड़े राजनीतिक उलटफेर के साथ भाजपा सरकार बना कर अपनी काबिलियत सिद्ध कर दी है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के साथ ही भाजपा ने आगामी रणनीति तैयार कर ली थी, उसे पता था कि शिवसेना इस बार भी उसे आंखें दिखाएगी और इस बार उसे शिवसेना से पीछा छुड़ाना ही होगा। भाजपा को क्या करना है, यह पहले से ही तय कर लिया गया था। महाराष्ट्र में भाजपा के अभियान में अड़चन बन चुकी शिवसेना से वैसे भी भाजपा को किनारा करना था। गत देवेंद्र फडणवीस सरकार के कार्यकाल में भी गठबंधन में शामिल शिवसेना ने अनेक बार आंखें दिखाई। उस समय भी राकांपा ने सरकार बचाने के लिए भाजपा को समर्थन देने के संकेत दे दिए थे। लोकसभा चुनाव से पहले भी राकांपा व भाजपा गठबंधन के प्रयास नजर आए थे, लेकिन शिवसेना के साथ रहते यह संभव नहीं हुआ। गठबंधन तोड़ने का ठीकरा शिवसेना के सिर ही फोड़ने की रणनीति पर भाजपा पहले से काम कर रही थी। महाराष्ट्र और हरियाणा में साथ चुनाव के बावजूद भाजपा...